गोदान - भारतीय ग्रामीण जीवन का दर्पण

2025-03-07

परिचय:
'गोदान' हिंदी साहित्य के महान लेखक मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित एक कालजयी उपन्यास है। यह ग्रामीण भारत की गरीबी, शोषण, और सामाजिक विषमताओं का यथार्थवादी चित्रण प्रस्तुत करता है। यह उपन्यास समाज के निम्न वर्ग के संघर्षों और उनकी आकांक्षाओं को बहुत ही मार्मिक ढंग से दर्शाता है।

कहानी का सारांश:
कहानी का मुख्य पात्र होरी महतो एक साधारण किसान है, जो अपनी पूरी जिंदगी एक गाय खरीदने के सपने में बिता देता है। वह अपने परिवार के लिए बेहतर जीवन की तलाश में संघर्ष करता है लेकिन सामाजिक कुरीतियों, आर्थिक शोषण और भ्रष्टाचार के कारण अपने सपने को पूरा नहीं कर पाता।

मुख्य पात्र:

·         होरी महतो: कहानी का मुख्य पात्र

·         धनिया: होरी की पत्नी

·         गोबर: होरी का बेटा

·         झुनिया: गोबर की प्रेमिका

प्रमुख विषय:

·         सामाजिक विषमता

·         आर्थिक शोषण

·         जाति प्रथा

·         ग्रामीण जीवन का यथार्थ

पाठकों के लिए संदेश:
अगर आप भारतीय ग्रामीण जीवन के यथार्थ, किसानों के संघर्ष और समाज की असमानताओं को गहराई से समझना चाहते हैं तो यह उपन्यास जरूर पढ़ना चाहिए। प्रेमचंद की लेखनी ने इस उपन्यास को हिंदी साहित्य का अमूल्य रत्न बना दिया है।

उपसंहार:
'गोदान' प्रेमचंद की लेखनी का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है, जो आज भी समाज की सच्चाई को दर्शाता है। यह उपन्यास हर पाठक को समाज की असमानताओं और इंसान के संघर्षों पर सोचने के लिए मजबूर कर देता है।

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